Our website uses necessary cookies to enable basic functions and optional cookies to help us to enhance your user experience. Learn more about our cookie policy by clicking "Learn More".
Accept All Only Necessary Cookies

Hindi-Sanskrit Speak Shabdkosh के बारे में

दैनन्दिन-सम्भाषणं नित्यरूपहारोपयोगी सामान्यशब्दा: आवश्यका: भवन्ति।

दैनन्दिन-सम्भाषणं नित्यरूपहारोपयोगी सामान्यशब्दा: आवश्यका: भवन्ति। यथा-बन्धुबान्धवानन नाम, शरीराानगानन नाम, फलानां नाम, शाकानँ नाम, होमोपयोगिवस्तूनां नाम, भक्तिपदार्थानां नाम इत्यादि। अत: एतादिशव्यावहारिक शब्दानन संग्रह: एतस्मिन् सम्भाषणंकोले कृतम्।

प्रास्ताविकम्

प्रिय संस्कृत प्रबंधधो! य नम: प्रचोदयात्।

`भाष्यते इति भाषा 'इतियत्त्या यया भाष्यते सा भाषा; अत: `संस्कृतम् 'भाषा, यतोहि सकृतेन अस्माभि: सम्भाष्यते। संस्कृतसम्भाषणाय आवश्यका: भवन्ति शब्दा :, शब्दज्ञान एक्सप: भवति शब्दकोष: `शब्दकोष: 'ताद्रश: यत्र सम्भाषणोपयोगीश्वानां संग्रह: शब्द, अत: एतस्मिन् पुण्यर्मणि गुर्र्वज्ञे अस्माभि: प्रवृत्तम्। दैनन्दिन-सम्भाषणं नित्यरूपहारोपयोगी सामान्यशब्दा: आवश्यका: भवन्ति। यथा-बन्धुबान्धवानन नाम, शरीराानगानन नाम, फलानां नाम, शाकानँ नाम, होमोपयोगिवस्तूनां नाम, भक्तिपदार्थानां नाम इत्यादि। अत: एतादिशव्यावहारिक शब्दानन संग्रह: एतस्मिन् सम्भाषणंकोले कृतम्।

यदि अहर्निश सर्वदा व्र्र्ल्पनीयता संस्कृतेन एव सम्भाषणनी तर्हि वचित्त शीतादिसम्ये गालिशेदानाम् अपि आवश्यकता अस्माभि: बहुधा अनुभूयते कव; अत: अत्र गालिपदनम् अपि सज्र्लनं कृतम्। भर्तृहरि अपि उक्तम्-

`` ददतु ददतु गालर्गालिमन्तो भवन्तो,

वयमपि थभावाद् गालिदानेार्थः। 3/133

एवमेव सम्भाषणोपोपिक्यपन्नम्, अव्ययपदानं, पर्यायवाचि-विलोम-अनेकार्थाक्षेदानामपि सज्र्लनम् अत्र कृतम्। मन्ये संस्कृतग्य्गाप्रयासेन निर्मितः एषः `` सम्भाषण शब्दकोष: '' सर्वोपयोगी लक्षण। शब्दकोषे सज्र्लितानां शब्दानां यदि वयं सम्यक् अभ्यांस कुर्म: तर्हि निश्चयेन संस्कृतसम्भाषणे समर्थः भवेम। उक्तन च-

युवा वृद्धो वृतिवृद्धो वा व्याकृतो दुर्बलो ।पि वा। अभ्यासात् सिद्धिमाप्नोति सर्वकार्येष्वतन्द्रितः ।।

अभ्यासेन क्रियाः सर्व अभ्यात्स्कलाः कलाः। अभ्यासात् ध्यानमौनादि किमभ्यासस्य दोषकारम् ।।

अललित् लिे्गदीनिर्विज्ञाने उत नूतन शब्दरचनासु कुत ज्ञान बुद्धिस्खलानं भवेत् एव तर्थं क्षन्तव्योऽयं जनः।

परिष्कारय भवतां परामर्शः विस्तारः। कोषे कोषस्मिन् कृतकार्यकर्त्रं सर्वान् संस्कृतगगा्गा सकार्त्ज्ञ्यं स्मरति।

संस्कृतग संस्कृतगा, दार्गंज :, प्रयाग: सर्वज्ञ:

अक्टूबर, २०११,

कृतज्ञता-ज्ञापनम्

अम्बिकेश प्रताप सिंह- (उपसचिव), संस्कृतगगागा, दार्जन, प्रयाक

मनीष कुमार गोस्वामी, (शिक्षक), संस्कृतगगागा, दार्गंज, प्रयाग

धनञ्जयशास्त्री `जातवेदा: '- (कुलाचार्य :) आर्यसमाज, हरनगर, दिल्ली

सर्वेश कुमार मिश्र- (संबोधन-शिक्षक) संवादशाला, काशी, (उ.प्र।)

विशुद्धानंद ब्रह्मचारी-ज्योतिषपीठ, बदरिकाश्रम, हिमालय

डॉ ० राघव कुमार झा- (असिस्टेंट प्रोफेसर) संस्कृतविभाग

राधे हरि राजकीय महाविद्यालय काशीपुर, ऊधमसिंह नगर, हीराखण्ड

 श्वेता द्विवेदी- (संस्कृत शिक्षिका) रोहिणी, नई दिल्ली

डॉ ० कुंदन कुमार- (संस्कृत शिक्षक)

राजकीय बाल उ ० मा ० विद्यालय, ढाका, नई दिल्ली।

राजकुमार गुप्ता, `राजू पुस्तक केंद्र’ - अल्लापुर, इलाहाबाद

अम्बर केसरवानी (कम्प्यूटर ऑपरेटर) संस्कृतग केगा दारागंज, इलाहाबाद

अनुवाद लोड हो रहा है...

अतिरिक्त ऐप जानकारी

नवीनतम संस्करण

निवेदन Hindi-Sanskrit Speak Shabdkosh अपडेट 1.5

द्वारा डाली गई

Juvantus Italya

Android ज़रूरी है

Android 4.4+

Available on

Hindi-Sanskrit Speak Shabdkosh Google Play प्राप्त करें

अधिक दिखाएं

नवीनतम संस्करण 1.5 में नया क्या है

Last updated on Nov 19, 2023

Minor bug fixes and improvements. Install or update to the newest version to check it out!

अधिक दिखाएं

Hindi-Sanskrit Speak Shabdkosh स्क्रीनशॉट

पिछले 24 घंटों में लोकप्रिय लेख

टिप्पणी लोड हो रहा है...
भाषाओं
APKPure की सदस्यता लें
सर्वश्रेष्ठ एंड्रॉइड गेम और ऐप्स के शुरुआती रिलीज, समाचार और गाइड तक पहुंचने वाले पहले व्यक्ति बनें।
जी नहीं, धन्यवाद
साइन अप करें
सफलतापूर्वक सब्सक्राइब!
अब आप APKPure की सदस्यता ले रहे हैं।
APKPure की सदस्यता लें
सर्वश्रेष्ठ एंड्रॉइड गेम और ऐप्स के शुरुआती रिलीज, समाचार और गाइड तक पहुंचने वाले पहले व्यक्ति बनें।
जी नहीं, धन्यवाद
साइन अप करें
सफलता!
अब आप हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता ले चुके हैं।